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आशा और आज़ादी के बीज / केटी निव्याबन्दी / राजेश चन्द्र
Kavita Kosh से
गोलियों की
बारिश हो रही है
विधाता के हरे तकिये पर
बारिश
भय और इस्पात की
आशा और आज़ादी
के बीज पर
ये बीज
अंकुरित होंगे ज़रूर।
अँग्रेजी से अनुवाद : राजेश चन्द्र
लीजिए, अब इसी कविता को मूल अँग्रेज़ी भाषा में पढ़िए
Ketty Nivyabandi