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आसमान में उड़ना है / श्रवण कुमार सेठ
Kavita Kosh से
मम्मी मुझको पंख दिला दो
आसमान में उड़ना है,
चन्दा मामा,टिमटिम तारे
सूरज सबसे मिलना है,
उनसे सबक उजाले का
मै सीख कर आऊँगी
छुपेंगे जब बादल में सूरज
उजियारा फैलाऊन्गी ।
होने दूँगी नहीं अन्धेरा कभी
मैं अपनी धरती पर,
आसमान में सुंदर-सुंदर
तारे कई उगाऊन्गी ।
वादा किया है चिड़ियों ने
मुझको राह दिखाने का
मत करना माँ चिन्ता मेरी
जल्दी वापस आऊंगी।
थोड़ा-सा मुझ पर यकीन ए
मईया कर के देखो
हर सपना जो तुमने देखा
पूरा कर दिखलाऊंगी।