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आस्था - 19 / हरबिन्दर सिंह गिल
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मातृभूमि के नाम पर
सुनहरे घरों का
सपना दिखाया जाता है
और उनमें
छुपी होती है, एक छवि
अपने ही भविष्य की।
इस सुंदर
भविष्य की कल्पना में
मानव न जाने
कितने रंगों का
उपयोग करता है
परंतु, एक रंग के अभाव में
ये सपने
अधूरे रहते हैं
और यह रंग है
लाल रंग
जो सबसे ज्यादा निखरता है
जब मानव का खून बहता है।
मानव की
यह कैसी आस्था है
जिस माँ का
दूध पीता है
उसी का खून
सड़कों पर बहाता है।