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आ जा बादल / सरोजिनी कुलश्रेष्ठ
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आ जा बादल आ जा बादल
आ जा लेकर अपना दलबल
सागर से उठकर तू आ जा
आसमान में जाकर छा जा
सब मटके पानी से भर ले
उमड़-घुमड़ कर गर्जन कर ले
हौले-हौले आ रे बादल
रिमझिम जल बरसा दे बादल
धरती को सरसा जा बादल
मिट्टी को महका जा बादल
पेड़ो को सहला जा बादल
पौधों को दुलरा जा बादल।