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इच्छा / चंद्र रेखा ढडवाल

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सूखी रेत में / अच्छा लगता है
होना चांदी के टुकड़ों का
जिस एक-एक टुकड़े में
एक-एक सूरज चमकता है
पिछवाड़े की चिकनी काली मिट्टी में
दबा देना फिर
भरी भरी हथेलियाँ
हज़ार-हज़ार सूरज ओर कर देना
उस अपने एक घर की।