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इज़्ज़तपुरम्-72 / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
फीका यथार्थ
सुस्वाद प्रदर्शन
नशीले हावभाव बिकें
मुगलई अदब
अंगरेजी टोन
कमर्शियल अभिनय
घुलनशील अभिनय
मैकेनिकल क्रियायें
तीव्र भावावेश
रसायन न खर्च हो
महफिल हो रंगीन
नग्नता करीने से बढ़े
मजे-मजे चमक बढ़े
पतझर में
आँवले की डालियाँ
अरूप लगें