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इज़्ज़तपुरम्-74 / डी. एम. मिश्र
Kavita Kosh से
मिमियाहट सुन
कसाई हो जाये
और
दहाड़ सुन
भींगी बिल्ली
पुरूषाचार
सनातन से
चातुर्य की
बुनियाद पर टिका है
पर
बदलाव आया है
नागफनी की
युवा प्रजातियों में जो
‘डार्क चाबुक' सी पड़े
और खींच ले खाल
अँगुली भर तरंग में
पुरूष नाचता फिरे