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इण बदरंग बगत में / मदन गोपाल लढ़ा
Kavita Kosh से
अेकलो कोनी
म्हैं खुद हूं
सागै म्हारै।
खुदोखुद सूं
करूं सवाल
देवूं पडूत्तर
करूं बंतळ।
इण बदरंग बगत में
खुद रै सागै सूं ई
सोरी हुय सकै
आ जातरा।