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इतने शेर कितने शेर / प्रकाश मनु
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इतने शेर, इतने शेर,
राम-राम, ये कितने शेर!
गोला एक बनाएँगे,
फिर ऊपर चढ़ जाएँगे।
ओहो, ये तो आसमान तक
एक अनोखी सीढ़ी है,
जिस पर शेर खड़े हैं सातों
छोटी सी एक पीढ़ी है।
आए शेर कहाँ से इतने
और कहाँ को जाएँगे?
चढ़ते-चढ़ते झटपट क्या ये
आसमान छू आएँगे?
कितने ही हैं और अजूबे
जिनसे ये चकराएँगे,
हँस-हँस सबको खेल दिखाकर
क्या अब ये गाना गाएँगे?