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इना सखर खानामाअी चीकणी / मालवी
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♦ रचनाकार: अज्ञात
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इना सखर खानामाअी चीकणी
बेलू को अन्त न पार
सरोवर सिग भरियो जी
इना सरोवर फलाणा राम दातण करे
फलाणी बेन को विश्राम
सरोवर म्हारों सिग भरियोजी
फलाणा राम (दामाद) दातुण करे
फलाणी जेकू (दामाद की बेन) को विश्राम