भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

इश्क़ के फूल / हरकीरत हकीर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मैं अपनी नज्मों से
इश्क़ के सारे फूल
तुम्हारे पैरों पर रख दूंगी
तुम उन्हें …
गीतों में पिरोकर
मुहब्बत को
इक नया अर्थ देना ….