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इश्क़ के फूल / हरकीरत हकीर
Kavita Kosh से
मैं अपनी नज्मों से
इश्क़ के सारे फूल
तुम्हारे पैरों पर रख दूंगी
तुम उन्हें …
गीतों में पिरोकर
मुहब्बत को
इक नया अर्थ देना ….