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इस आयोजन में / प्रफुल्ल कुमार परवेज़
Kavita Kosh से
इस आयोजन में सबसे अधिक
देखने की मुद्रा में हैं अंधे
सुनने की मुद्रा में बहरे
सम्मानित हो रहे हैं तटस्थ
दोग़लों की पीठ
थपथपाई जा रही है
गूँगों के लिए माईक की
समुचित व्यस्था है
आयोजक रह-रह कर
तालियाँ बजा रहे हैं