इस तरह तुझसे गुरेज़ां हर बशर हो जाएगा / कांतिमोहन 'सोज़'
दक्षिण अफ़्रीका की नस्लपरस्त बोथा हुकूमत द्वारा इंक़लाबी शायर बेंजामिन मोलियसे को फांसी पर लटकाने के ख़िलाफ़
इस तरह तुझसे गुरेज़ां हर बशर हो जाएगा ।
जंग में ख़लकत इधर और तू उधर हो जाएगा ।।
वाए-नादानी ये किसको दार पर लटका दिया
वो तो ऐसा शख़्स था मरकर अमर हो जाएगा ।
तेरा ख़ंजर उसके साये को भी कब छू पाएगा
रंग सब्ज़े का वो ग़ुंचे का जिगर हो जाएगा ।
खून के क़तरे ज़मीं की कोख में यूँ डाल मत
तुख़्म ही ऐसा है ये बढ़कर शजर हो जाएगा ।
ऐ जफ़ाजू तेरी पामाली का दिन नज़दीक है
उसका क्या तारीख़ में वो जलवागर हो जाएगा ।
देख तेरी लंतरानी हो चली है बेअसर
लामुहाला उसका जादू कारगर हो जाएगा ।
जान लेकर जिसकी ज़ालिम इस क़दर मग़रूर है
उसका एक-एक शेर सीनों में शरर हो जाएगा ।
दार के क़ाबिल समझकर शायरी की दाद दी
हमने कब सोचा था खुश तू इस क़दर हो जाएगा ।
आज हो ले सोज़ की दीवानगी पर खन्दाज़न
कल करेगा क्या जो वो सीनसिपर हो जाएगा।।
22 अगस्त 1986