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इस पेचीदी दुनिया में / बैर्तोल्त ब्रेष्त / वीणा भाटिया

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इस पेचीदा दुनिया की
बेहिस कहानी में
तुम नंगे आए थे
सबसे तटस्थ और
बिल्कुल असहाय थे ।

जब तक
एक औरत ने
तुम्हें एक शाल में
लपेट नहीं दिया

किसी ने
तुम्हें नहीं पुकारा
न किसी ने हुक़्म दिया
न ही घोड़ा-गाड़ी में लाया गया ।

अजनबी थे तुम
इस प्राचीन संसार में
जब किसी इनसान ने
तुम्हारे हाथों को छुआ ।

इस पेचीदा दुनिया की
बेहिस तकलीफ़ों से
तुम बिल्कुल अलग थे

तकरीबन तुम सबने
दुनिया को प्यार किया
जब तुम पर मिट्टी के ढेले फेंके गए ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : वीणा भाटिया