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इस मिट्टी को छूकर देखो गाँव दिखायी देगा / डी. एम. मिश्र

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इस मिट्टी को छूकर देखो गाँव दिखायी देगा
सर्दी- गर्मी खाकर देखों गाँव दिखायी देगा।

गाँव बड़ा अच्छा लगता है वहाँ से बैठे- बैठे
दो दिन गाँव में रहकर देखो गाँव दिखायी देगा।

गाँव न हो तो कहाँ जाँय ये जीव -जन्तु बेचारे
कीरा - बीछी, गोजर देखो गाँव दिखायी देगा।

भेालेराम की भेाली सूरत जो अंदर वो बाहर
कंकर - कंकर शंकर देखो गाँव दिखायी देगा।

गाँव छोड़कर कहाँ आ गये क्या खेाया, क्या पाया
फिर से गाँव लौटकर देखो गाँव दिखायी देगा।