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ई तेॅ मालूम छेलै हमरौ पर सितम होतै / अमरेन्द्र

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ई तेॅ मालूम छेलै हमरौ पर सितम होतै
केकरौ पेॅ कथुवो लेॅ जम्मोॅ के की रहम होतै
मरलोॅ खालोॅ सें भले लोहा भसम होलोॅ छै
जीत्तोॅ खालोॅ सें की बेवस्था ई भसम होतै
हौ जे झगड़ै छेलै डायन तरफ सें होना केॅ
ओझो नै होतै ऊ डायन केरोॅ खसम होतै
एक राजा नें मुकुट दीनोॅ पर रखी देलकै
ई हकीकत हुवै नै पारेॅ ई भरम होतै
सोचलेॅ छेलियै बहुत कुछ मतर नै ई सोचलौं
हेनोॅ कश्मीर या पंजाब या असम होतै
जौनें सरकार रोॅ गर्दन पेॅ चलैतै छूरी
आपनोॅ सरकार के ओकरैपेॅ कुछ करम होतै
फेनू अमरेन्द्र बहुत दिन पेॅ विमल सें मिललै
कोय जमाना में कोनो बात के कसम होतै

-18.10.91