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उगय उगय इजोरिया राति / मैथिली लोकगीत

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मैथिली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

उगय उगय इजोरिया राति
छिनरो कतय गेली
गेली मे गेली छिनरो दर्जीया दोकनमा
बगलमे जा कऽ सूति रहली
साया-साड़ीसँ देह देलकनि भरि
भोरे उठि कऽ चलि एली
गेली मे गेली सोनरा दोकान
बगलमे जा कऽ सूति रहली
बाली झुमका सँ कान देलकनि भरि
भोरे उठिकऽ चलि एली
गेली मे गेली हलुअइया दोकनमा
बगलमे जा कऽ सूति रहली
पेरा केरासँ मूह देलकनि भरि
भोरे उठिकऽ चलि एली