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उतरा एक अंधकार / वत्सला पाण्डे
Kavita Kosh से
उस सघन अंधकार में
उतरा
एक अहसास
पहले देह पर
फिर मन और
अंत में
आत्मा तक
फिर शुरू हुई
मूलाधार से
सहस्र्र्रार तक की
यात्रा