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उदासी / दुष्यन्त जोशी
Kavita Kosh से
रूंख भी
उदास-उदास है आज
चांद भी
उदास है
चिड़कल्यां भी
उदास है
पून भी
उदास-उदास सी बगै
म्हैं भी
आज उदास हूं
तद चौफेर
उदासी है।