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उदास नानी / पद्मजा शर्मा
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जीने की जगाती अनन्त प्यास नानी
मुझको पल में बँधाती आस नानी
जाती साँस नानी
आती साँस नानी
नानी नानी नानी
गला सूख रहा पानी पिला नानी
नींद आ रही है सुला नानी
लोरी-कहानी
अनुभव सुना नानी
थपकियों से दुलरा नानी
दुखों के पहाड़ पिघला नानी
नानी नहीं तो दुनिया बेमानी
बिन तेरे जीवन में नहीं मिठास नानी
आ नानी
जा ना नानी
कहाँ नानी
कहाँ नहीं नानी
सब जगह नानी
पर कोई नहीं
नानी के पास नानी
कभी-कभी रहती कितनी उदास नानी।