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उपलब्धियाँ / भारत यायावर
Kavita Kosh से
पाना मुश्किल है
बेहद मुश्किल
अचानक चलते रास्ते में
पड़ी नहीं मिल जातीं
उपलब्धियाँ
एक लम्बे समय का
इन्तज़ार करती हैं
कितना ख़ून
जलता है
और बहता है
कितनी रातें
दिन की तरह
आँखों में कटतीं
कितनी दूरी
कँटीले रास्ते
नंगे क़दमों तय करते
पाना पाना है
उपलब्धियाँ
यूँ ही गले नहीं लगातीं
साधना
एक अनवरत साधना
और पाकर
छोड़ देना
बहुत साहस
बहुत जोख़िम चाहिए
बेहद मुश्किल है छोड़ देना
पाना मुश्किल है
और पाकर छोड़ देना
उससे भी मुश्किल
उससे भी बड़ी उपलब्धि
(रचनाकाल :1992)