जंगल ने कहा 
पेड़ से: 
तुम 
हो 
हूँ 
तब 
मैं 
कुछ-कुछ मुस्कुराकर 
बोला पेड़: 
जहाँ नहीं होता मैं 
फिर वहाँ कैसे 
होते हो तुम?
जंगल ने कहा 
पेड़ से: 
तुम 
हो 
हूँ 
तब 
मैं 
कुछ-कुछ मुस्कुराकर 
बोला पेड़: 
जहाँ नहीं होता मैं 
फिर वहाँ कैसे 
होते हो तुम?