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उसका खत / रति सक्सेना
Kavita Kosh से
उसने खत लिखा
फिर पता
पते के नीचे खींची लकीर
वहाँ से यहाँ तक
बन गया एक रास्ता
उसने बन्द किया लिफाफा
बन्द हो गई उड़ान
आसमान में चक्कर काटने वाली
लिफाफा आया
साथ आई छुअन
ढेर सारी यादों से घिरी