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उस / गिरधर राठी
Kavita Kosh से
हमारे उस सुदूर भविष्य में
स्थापित हुआ सुदूर अतीत
उस विवृत्त में हम ने की
अपनी आवृत्ति
उस आचार में पाया हम ने
अपना विचार
उस कदर्थ को बनाया
अपना प्रयोजन
उस हेतु हम हुए
उस आशय से
वह विस्तार
यह निस्तार