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ऊँट / रुचि जैन 'शालू'
Kavita Kosh से
कूबड़ जैसी पीठ है उसकी
हिलता-डुलता चलता है
गद्देदार पैर हैं उसके
रेगिस्तान में दौड़ता है
पेट में पानी की थैली से
अपनी प्यास बुझाता है
ऊँट की सवारी करने पर
ख़ूब मज़ा आता है।