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ऊभो तो हूं / सांवर दइया
Kavita Kosh से
हां ऽऽऽऽ
ठीक है
आज अठै
पंछीड़ा कोनी आवै-गावै
कोनी फूटै कूंपळ कोई
ना लागै फूल-फल
पण
इयां तो ना बाढो
ठूंठ हूं तो कांई
कदैई तो
अठैई हुया करतो
स्सो कीं : फूल-फल-पत्ता
आया करता पंछीडा
गाया करता गीत
ठीक है
आज ऐकलो हूं
पण बगत री मार झेलतो
ऊभो तो हूं !