भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

ऎसा क्यों होता है?-8 / वेणु गोपाल

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ऎसा क्यों होता है-
कि पाठक
जब कविता पढ़ता है
तो
कवि के दर्शनों की
इच्छा करता है
और उससे मिलना चाहता है

लेकिन
जब कवि से मिल लेता है

तो
कवि के साथ-साथ
कविता को भी
गालियाँ देता हुआ लौटता है