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एकांत स्वीडिश घर / टोमास ट्रान्सटोमर

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एक भ्रम काले फ़र वृक्ष का
और धूम्रपान करती चाँद की किरणों का.
यहाँ झुकी सी है कुटीर
और जीवन का कोई चिन्ह नहीं.
जबतक सुबह की ओस बुदबुदाती नहीं
और एक वृद्ध नहीं खोलता
---कांपते हाथों से--- अपनी खिड़की
और एक उल्लू को कर देता है बाहर.

कुछ दूर, नयी ईमारत
गश्त कर खड़ी है
लांड्री के साथ तितली
फड़फड़ा रही होती है किनारे पर

मरती हुई लकड़ी के बीचों बीच
जहां टूटन पढ़ती है
पौधे के रस वाले चश्मे के माध्यम से
छाल पर बरमा चलाने वालों की कार्यवाही.

पीली बारिश वाला ग्रीष्म
या एक अकेला गर्जनकारी मेघ
भौंकते कुत्ते के ऊपर.
बीज धरती के भीतर लात मार रहा है.

उत्तेजित आवाजें, चेहरे
उड़ रहे हैं टेलिफ़ोन के तारों में
छोटे तीव्र पंखों से
मीलों दलदली भूमि के पार.

एक घर द्वीप पर नदी में
अपने पथरीले नींव को लेकर सोच में मग्न है.
सतत धुआं---वे जला रहे हैं
जंगल के रहस्यपूर्ण कागज़ात.

बारिश आसमान में पहियों सी चलती है.
रौशनी नदी में कुंडल सी लगती है.
ढलान पर बने घर निगरानी रखते हैं
झरने के सफ़ेद बैलों पर.
पतझड़ मैना के एक गिरोह के साथ मिल
भोर को काबू में रखे हुए है.
लोग कठोर चाल से बढ़ रहे हैं
चिराग से रोशन रंगमंच की ओर.

उन्हें बिना चेतावनी महसूस करने दें
छुपे हुए पंख
और भगवान की ऊर्ज़ा
अँधेरे में कुंडलित.


(मूल स्वीडिश से अनुवाद : अनुपमा पाठक)