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एक अदद रात, एक याद, एक एकान्त / हेमन्त शेष
Kavita Kosh से
एक अदद रात। एक याद। एक एकान्त।
नि:शब्द गुज़र गए एक के बाद एक।
काफ़िले के बाद भी हमशक्ल मेरा
अपना चेहरा ढूंढता हुआ...