भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
एक कंधा / तेज राम शर्मा
Kavita Kosh से
हिन्दी शब्दों के अर्थ उपलब्ध हैं। शब्द पर डबल क्लिक करें। अन्य शब्दों पर कार्य जारी है।
दुखों के टूटते पहाड़ हों
दोस्ती के हों हाथ
अविरल आँसुओं की हो धार
नन्हें पाँव लांघ लेना चाहते हों
पहाड़ की चोटी
प्रेम-भरा कोई मन
पहाड़-सा कोई बोझ
दुल्हन की डोली
देवता की पालकी
या निकला हो कोई वापस
न मुड़ने वाली
लंबी यात्रा पर
सभी ढूंढ रहे हैं
एक कंधा।