भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

एक पेंच ज़मीन पर गिरा / शी लिज़ी / सौरभ राय

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: शी लिज़ी  » एक पेंच ज़मीन पर गिरा / शी लिज़ी

एक पेंच ज़मीन पर गिरा
इस अन्धेरी रात के
ओवरटाइम में
सीधे गोता लगाता, धीरे से खनकता

इस से
किसी का ध्यान
नहीं टूटेगा
पिछली बार की तरह
जब ऐसी ही सुनसान रात को
किसी ने ज़मीन में डुबकी लगाई थी।

मूल चीनी भाषा से अनुवाद : सौरभ राय