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एक बच्चा जो जन्म लेता है / अनिता भारती
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एक बच्चा जो जन्म लेता है
फूल बन लाता है अपने साथ तमाम खूबसूरती
प्रतिभाशाली, सुन्दर, कोमल होता है वो
पर हमारी कौम के लिए
बच्चा है
एक झाडू, इक टोकरी
एक रस्सी, इक ढोल
एक रापी, एक ढोर
हम देते हैं उसे जन्म के साथ ढेका
दुनिया की गन्दगी ढोने का, साफ करने का
माथे पर लगाकर छाप
गुलामी दरिद्ररी की
जो चलती है पीढ़ी दर पीढ़ी