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एक रोज़ / जमाल सुरैया / निशान्त कौशिक

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एक रोज़
छोड़ दूँगा तुम्हें
गोया तम्बाकू छोड़ने जैसी होगी
यह कवायद

दिन करीब हैं वे
जब तुमसे
ऊब रहा हूँ मैं
लेकिन यह इस्ताम्बुल से
ऊबने की तरह है शायद

मूल तुर्की भाषा से अनुवाद : निशान्त कौशिक