भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
एक सत्त करै छी यौ देवता / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
एक सत्त करै छी यौ देवता
दू सत तऽ करै छी
तीन सत करै छी चमडीन नाम से
से देवता यौ देवता
जे नहि कहल तोहर करतै
अस्सी कोस नरकमे जाकऽ खसतै यौ।-2