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एक सपना / कमल जीत चौधरी
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वहाँ
सब ज़ोर-ज़ोर से कह रहे थे —
औरत
ख़ाली स्लेट होती है
उस पर बहुत कुछ
लिखा-मिटाया जा सकता है
औरत ने चुपचाप
अपनी स्याही उठाई
और
चल दी
आगे मेरी नींद खुल गई