तुम्हारे
आने के पहले
कोई न था,
न तुम्हारे
जाने के बाद
कोई रह जाएगा;
एक सिसकी हैं हम, हमेशा।
शिव किशोर तिवारी द्वारा मूल असमिया से अनूदित
तुम्हारे
आने के पहले
कोई न था,
न तुम्हारे
जाने के बाद
कोई रह जाएगा;
एक सिसकी हैं हम, हमेशा।
शिव किशोर तिवारी द्वारा मूल असमिया से अनूदित