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एलबम / अरुण कुमार नागपाल

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फ़ुर्सत के लम्हों में
एलबम देखते हुए
लगा जैसे
तस्वीरें बोल रहीं हों मुझसे कुछ
उस दिन पहली बार लगा मुझे
जैसे तस्वीरें सचमुच बोलती हैं