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एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है साजना / हिन्दी लोकगीत

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात


एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है साजना-२
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

सासू हमारी आयेगीं मतलब के वास्ते
मम्मी भी दौड़ी आएगी चरुवे के वास्ते
दोनों को नेग देना न मन घटाना
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है साजना-२
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

जिठनी हमारी आयेगीं मतलब के वास्ते
भाभी भी दौड़ी आएगी पिपरी के वास्ते
दोनों को नेग देना न मन घटाना
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है साजना-२
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

ननद हमारी आयेगीं मतलब के वास्ते
बहना भी दौड़ी आएगी छठी के वास्ते
दोनों को नेग देना न मन घटाना
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है साजना-२
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

देवर हमारे आयेगें मतलब के वास्ते
भईया भी दौड़े आएगें वंशी के वास्ते
दोनों को नेग देना न मन घटाना
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना

एहसान मेरे दिल पर तुम्हारा है साजना-२
जो तुमने दिया गोद खिलाने को लालना