एही पेड़े अइहें काली देवी के रंथ / भोजपुरी
एही पेड़े अइहें काली देवी के रंथ, बटिया दवनवाँ जनि लाऊ
तोरे दवना लतमरदन होई, तोरे दवना धुरिया लोटाई।।१।।
एही पेड़े अइहें सँवसारी देवी के रंथ, बटिया दवनवाँ जनि लाऊ
तेरे ओड़हुलवा धुरिया लोटाई, तोरे दवना लतमरदन होई।।२।।
एही पेड़े अइहें दुरूगा देवी के रंथ, बटिया दवनवाँ जनि लाऊ
तोरे दवना धुरिया लोटाई, तोरे ओढ़हुलवा लतमरदन होई।।३।।
एही पेड़े अइहें बाइसी देवी के रंथवा, बटिया दवनवाँ जनि लाऊ।
तोरे दवना घुरिया लोटाई, तोरे ओड़हुलवा लतमरदन होई।।४।।
एही पेड़े अइिहें सीतल देवी के रंथवा, बटिया दवनवाँ जनि लाऊ
तोरे दवना धुरिया लोटाई, तोरे ओड़हुलवा लतमरदन होई।।५।।
एही पेड़े अहिहें फूलमती देवी के रंथवा, बटिया में दवनवाँ जनि लाऊ
तोरे दवना धुरिया लौटाई, तोरे ओढ़हुलवा लतमरदन होई।।६।।
एही पेड़े अइहें हठी देवी के रंथवा, बटिया में दवनवाँ जनि लाऊ
तोरे दवना धुरिया लौटाई, तोरे ओड़हुलवा लतमरदन होई।।७।।
जनि रोऊ, जनि कानू, तूहूँ मालिन के बेटिया,
तोरे दवना देबों पलुहाई, तोरे ओढ़हुल देबों पल्हुहाई।।८।।
एहीं पेड़े अइहें सम्मेदवी के रंथवा,
तोरे दवना देबों पलुहाई, तोरे ओढ़हुलवा देबों पल्हुहाई।।९।।
एही पेड़े अइहें सँवसारी देवी के रंथवा,
तोरे दवना देबों पल्हुअई, तोरे ओड़हुलवा देबों पल्हुहई ।।१0।।
एही पेड़े अइहें सातों बहिनिया के रंथवा,
तोरे दवना देबों पल्हुहाई, तोरे ओढ़हुलवा देबों पल्हुहाई,
फरे फूले झोपरल डाढ़, फरे फूले कोपरल डाढ़।।११।।