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एहो, पूरुबहिं सुमिरों में सूरुज गोसाईं / भोजपुरी
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एहो, पूरुबहिं सुमिरों में सूरुज गोसाईं; भला पछिमहिं सुमिरों में वीर हलुमाने।।१।।
एहो, उतरहिं सुमिरों में पाँचों पांडो भीमवा; दखिनहिं सुदिशे वीर हलुमाने।।२।।
एहो, अकसहिं सुमिरों में अकस कमिनियाँ; त पतलहिं सुमिरों वासुदेव नाग।।३।।
एहो डीह चढ़ि सुमिरों में डीह-डीहुआरिन; भला गउँवा चढ़ि सुमिरों में बढ़म मसाने।।४।।
अइनी गुन बान्हों, डइनी गुन बान्हों; भला ओका गुन बान्हों मुसुक चढ़ाय।।५।।
एहो, जात देव जनलों में, लिहली मनाई; भला हमरा मेड़रिया करहूँ।।६।।
एहो रे, कोहड़ा ए फूल ए रधिका एबान्ही; डार चढ़ीए देवी-पूजन लेह।।७।।