ए बबुुआ कोठी बना ल / विजेन्द्र अनिल
ए बबुुआ कोठी बना ल, अकाल में।
कोठी बना ल
कोठा बना ल
रासन के बोरा खपा द, अकाल में।
चाउर छिपा ल
गहुम छिपा ल
कले-कले महंगी बढ़ा द, अकाल में।
अहरा के ठीका
पोखरा के ठीका
ठीका के माटी चोरा ल, अकाल में।
बिडिओ से मिलिके
ओसियर से मिलिके
कागज प सड़क बना द अकाल में।
पानी चोरा ल
बिजली चोरा ल
डीजल के डाबा खपा द, अकाल में।
गोली चलावs
गोला चलावs
जूलूस प घोड़ा चढ़ा द, अकाल में।
घंटी बजावs
घंटा बजावs
दंगा के बिगुल बजा द, अकाल में।
खाई से गाई
नाहीं त जाई,
सीमा प सेना घुमा द, अकाल में।
ए बबुुआ कोठी बना ल, अकाल में।
रचनाकाल : 10.3.1980