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ऐसी बहार फिर नहीं आयेगी मेरे बाद / गुलाब खंडेलवाल
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ऐसी बहार फिर नहीं आयेगी मेरे बाद
कोयल भले ही कूक सुनाएगी मेरे बाद!
कुछ तो रहेगा दिल में कसकता हुआ ज़रूर
माना कि मेरी याद न आयेगी मेरे बाद
मुझसे मिला था रूप की चितवन को बाँकपन
दुनिया किसे ये रंग दिखायेगी मेरे बाद!
यह बेबसी की रात, ये बेचैनियाँ, ये ग़म
यह प्यार की जलन कहाँ जायेगी मेरे बाद!
आँखें उठाके आज न देखो गुलाब को
ख़ुशबू मगर न दूसरी भायेगी मेरे बाद