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ऐ बीते बरस तुझे किस तरह बिदा दूँ / प्रमोद तिवारी

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पानी को आग दूँ
या आग को हवा दूँ
ऐ, बीते बरस तुझे
किस तरह विदा दूँ...

कागज पर कुछ सपने
कुछ यादें, कुछ आँसू
लिखूँ या मिटा दूँ-
ऐ, बीते बरस तुझे
किस तरह विदा दूँ...

हल्दी से रंगा पत्र
कोने से फटा पत्र
पढूं या उड़ा दूं
ऐ, बीते बरस तुझे
किस तरह विदा दूँ...

खेतों में जुते हाथ
स्याही से पुते हाथ
कहो तो हिला दूँ।
ऐ, बीते बरस तुझे
किस तरह विदा दूँ...