ओही कुर जोगिया हे, जोगी तप जोग त करे
अबला कहे सुन्नर हे, किया रूपे ढारेले सोनार।।१।।
किया तोरे गोरिया हो जागी डीठी लागी हो गेले
अबवा कहे सुन्नर हे, किया रूपे ढारेले सोनार।।२।।
नाहीं मोहे जोगिया हे साँचवा के ढारल हे
अबला कहे सुन्नर हे, नाहीं रूपे ढारेले रे सोनार।।३।।