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ओ नखरीले पिल्ले / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
पूँछ उठाकर खेल रहा क्या
ओ नखरीले पिल्ले,
देख सामने से आते हैं
दो मोटे से बिल्ले।
देख उन्हें तू ना घबराना
लेना उनसे टक्कर,
वरना लोग कहेंगे पिल्ला
भागा पूँछ दबाकर!