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कइसन उ समय रहे / हम्मर लेहू तोहर देह / भावना
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कइसन उ समय रहे जे उ हमरा करीब रहे।
माथ के सेनूर रहे आउर हम्मर नसीब रहे॥
मिल गेल दउलत खूबे तइयो पिआसल मन रहल।
पेआर के अभाव में ई दिल बड़ा गरीब रहे॥
चहला से सबके न मिल पबइअऽ खुशी के सनेस।
भरल रहे जेक्कर झोली ऊ सच्चे खुसनसीब रहे॥
आवारा बन घुमइअऽ आइ इहां त काल उहां।
पागल जेकरा सब कहे ऊ पेआर के मरीज रहे॥