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कइसे करे किसान / पवन दीवान
Kavita Kosh से
करलइ हे भगवान बताओ
कइसे करे किसान
नवा-नदिया धोदका डबरी
खेत सुखाने
जाबले पेरिस दुकाल जी संगी
हमर लेखे संसार सुखागें
परे चिरइया सुनरे भइया
कइसे पार लगावो नइया
पेट म मुसवा गज़ब दंदोरे
लड़का करथे कल्लर कइया
चिरहा फरिया म लड़का रोवे
झेंझरी भइगे लुंगरा
चुंदी लत के मंग उजरगे
अउ चिटि यागे फूंदरा
सक्कर ल चांटा मन खादिन
तेल ल पी दिस मुसवा
मनखे होगे रिंगी चिंगी
नेता होगे कुसवा
दूदी दाना गंहु मिलत हे
थोथना म चटकालौ
हमर कमाई म पटेला मन
चारेच दिन मट कालऔ
कहां ले लसलस चुरे अंगाकर
नइहे चाउर पिसान
करलइ हे भगवान
बताओं कइसे करे किसान