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कई रंग है / नंदकिशोर आचार्य
Kavita Kosh से
मुस्कान-सी हल्की
आँख-सी खुली
खुले अंग-सी कौंध
आलिंगन-सी घनी
हरियाली के भी कई रंग हैं !
(1976)