कउने नगर ले खातू मंगाए हो / छत्तीसगढ़ी
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कउने नगर ले खातू मंगाए हो कउन नगर गर बीजे हो माय
ओ मय्या कउन नगर गर बीजे हो माय
कउने नगर ले खातू मंगाए हो कउन नगर गर बीजे हो माय
ओ मय्या कउन नगर गर बीजे हो माय
अहा गढ़ हिंग्लाजे ले खातू मंगाए हो गढ़ नरहूर गर बीजे हो माय
ओ मय्या गढ़ नरहूर गर बीजे हो माय
कउने ह लाए मय्या खातू अउ माटी हो कउन ह लाए बा के बीजे हो माय
ओ मय्या कउने लाए बा के बीजे हो माय
अहो पंड़वा ह लाए मय्या खातू अउ माटी हो उही-मन लाए बा के बीजे हो माय
ओ मय्या उही-मन लाए बा के बीजे हो माय
कउने बनाये मय्या तोरे फुलवरिया कउन ह बोये बा के बीजे हो माय
ओ मय्या कउन ह बोये बा के बीजे हो माय
अहो लंगुरा बनाये मय्या तोरे फुलवरिया पंड़वा-मन बोये बा के बीजे हो माय
ओ मय्या पंड़वा-मन बोये बा के बीजे हो माय
काहिन के मय्या कलसा बनाये हो काहे के दियना जलाए हो माय
ओ मय्या काहे के दियना जलाए हो माय
अहो दामी के मय्या कलसा बनाये हो सुरहिन घीव के दियना जलाए हो माय
ओ मय्या सुरहिन घीव के दियना जलाए हो माय
कउन चघे हे नवरात हो मय्या कउने करे हे रखवारे हो माय
ओ मय्या कउने करे हे रखवारे हो माय
अहो पंड़वा चघे हे नवरात हो मय्या मोर लंगुर करे हे रखवारे हो माय
ओ मय्या लंगुर करे हे रखवारे हो माय
अहो तोरे सरन मा हम आये-हन मय्या मोर बेड़ा लगा देबे पारे हो माय
ओ मय्या बेड़ा लगा देबे पारे हो माय
ओ मय्या बेड़ा लगा देबे पारे हो माय
ओ मय्या बेड़ा लगा देबे पारे हो माय