भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कओने नगर के सिनुरा, सिनूरा बेसाहि एलौं यौ / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कओने नगर के सिनुरा, सिनूरा बेसाहि एलौं यौ
बाबा कओने नगर जुआ खेलि एलौं, हमरो के हरि एलौं यौ
हाट बजार के सिन्दुरबा, सिन्दुर बेसाहि एलौं गे बेटी
अवधनगर जुआ खेलि एलौं, सीता बेटी हारि गेलौं हे
देसहिं देश हम पत्र देलौं, सब व्यर्थ केलौं हे
बेटी अपने सऽ आयल दुइ बालक, धनुषा के तोड़ि देलनि हे
हमर प्रतिज्ञा कठिन भारी, सेहो आब पूरि गेल हे
बेटी पूरि गेल हमरो मनोरथ, जुगलत जमाइ भेला हे